बचाओ बचाओ बचाओ |||||
Hello friends
I am Aryan , और लेकर आया हूं , नया ब्लॉग जिसका टॉपिक किसी के लिए नया नही है , पर हमारे सोचने का नजरिया जरूर नया होगा , तो चलिए शुरू करते हैं ।
Present Era (वर्तमान युग)
फ्रेंड्स आज हम जिस सदी में रह रहे हैं , उस सदी में एक ही बात पर ज्यादा जोर दिया जाता हैं, और वो है संसाधन बचाओ ,
जैसे पानी बचाओ , बिजली बचाओ , पेड़ बचाओ , पर हम केवल Directly की ही बात करते है , Indirectly भी तो हमारे संसाधनों का नुक्सान हो ही रहा है , जिसकी बात कुछ लोग ही करते है |
हमारे देश और विदेशों में कई संस्थाएं जो सरकारी भी है , और गैर सरकारी भी , इस मुहिम की ओर आगे बढ़ भी रही है और लोगों को जागरूक कर रही है , कुछ पैमाने पर काम हो रहा पर कुछ बड़े स्तर पर ज्यादा फर्क पड़ता नजर नहीं आता , लोग इस तरह अंधे बने हुए हैं , जैसे उनको कुछ लेना देना ही ना हो ।
पेड़ काटे जा रहे , पानी बर्बाद हो रहा , लोग सूखे से मर रहे है , प्रदूषण फैलता ही जा रहा , जानते सभी है , पर इसे दूर करने के लिए 10 में से 1 ही कोशिश कर रहा है , क्योंकि ये सभी चीजें केवल परीक्षा में उत्तर लिखने के और किसी सभा में शेखी बघारने के लिए बड़े बड़े तर्क देने में काम आ रहा है ।
पर ये कहना गलत होगा की ये सब चीजें ठीक करना असंभव है , एक सही सोच के साथ हम सभी अपनी पृथ्वी को फिर से खुशहाल कर सकते हैं , कुछ सुझाव जो हम कर सकते है , वो में नीचे बता रहा ।
1. जनसंख्या नियंत्रण -
दुनिया में कई ऐसे अनाथ बच्चे हैं , जिनकी देखरेख करने वाला कोई नहीं , आप चाहे तो उनको गोद ले लीजिए , अगर खुद का बच्चा चाहिए तो 1 बच्चा पर्याप्त है , बाकी फिर आप 10 बच्चे गोद ले लीजिए कोई बुराई नही है , पर आज के युग में सबको शादी करनी है और सबको 3-4 बच्चे चाहिए ही ।
इतने सारे लोगों को कौन रोजगार दे सकता है ? बताइए ?
अरे हर बात में सरकार को क्या दोष देना ?
तुम बच्चे पैदा करो , उनको सरकार पालेगी , है ना ?
सरकार देगी ? और किसके मूल्य पर देगी ? उन मासूम पेड़ों को काटकर, और उन जीवों की हत्या करके जो जंगलों पर आश्रित है ।
बच्चा पैदा होना कोई भगवान का वरदान नही बल्कि एक पाप ही है , जो हजारों जीवों को मारने वाला हैं।
इसीलिए , अगर हो सके तो शादी ही मत करना , और अगर कर भी रहे तो , 1 बच्चे के बाद आप किसी को गोद ले लीजिए , सिर्फ नारे बाजी करके हम हमारी पृथ्वी को नही बचा सकते हैं। इसके लिए ठोस कदम उठाना ही पड़ेगा |
2. मैं जिम्मेदार हूं -
अब आप दुकान से 1 पैकेट बिस्किट लेकर आए , बिस्किट खा लिए , अब उसका रैपर कहां फेकेंगे ? अरे इतना क्यों सोच रहे , बाहर कहीं भी फेंक दो , सड़क में फेंक दो , है ना ?
अगर आप स्टूडेंट हैं तो स्कूल कॉलेज को साफ रखे ।
अगर टीचर हैं तो अपना घर और शैक्षणिक संस्थाओं दोनो को साफ रखे ।
Gymer हैं तो Gym को साफ रखें।
इन सबसे फैलने वाला प्रदूषण ही हमारी जान ले रहा ।
हर चीज में अपनी जिम्मेदारी खुद लें।
3. क्या सिर्फ पेड़ ही बचाना है ?
जिन जिन चीजों में पेड़ का ही उपयोग हो , क्या उन चीजों का उपयोग कम कर हम पेड़ नही बचा सकते ?
Example के तौर पर , आप रोज कितने ज्यादा कागज उपयोग करते है , और कितने ही फेंक देते है ?
क्या वो कागज हवा से पैदा हुए है ? पेड़ों को काटकर ही कागज बनाए गए हैं , इसीलिए कागज का उपयोग कम कर , हम पेड़ कटने से बचा सकते हैं ।
आजकल जब से परीक्षा में फीस माफ हुआ है , लोग फालतु में ही परीक्षा दिलाए जा रहे , कुछ लोग तो फॉर्म भरकर भी परीक्षा नहीं दिलाते , उन पेपर के कागजों को बनाने में क्या पेड़ नही कटे होंगे ?
न्यूज आती रहती है , इस बार तो रिकॉर्ड तोड़ फॉर्म गया है , टुच्चे टुच्चे लोग भी परीक्षा दिला रहे जिनका उस जॉब से दूर दूर तक नाता नही है , क्या ये गलत नहीं है ?
चलिए अगर आपके पास एक ठोस कारण है , तो आप आगे बढ़ सकते है , पर यदि नहीं है , तो घर पर बैठना ज्यादा अच्छा है |
हम कागजों को recycle करने भी नहीं देते , बस आग लगा देते है , इसका मतलब तो यही हुआ न , हमने पेड़ को ही आग लगा दिया |
3. क्या सिर्फ पानी ही बचाना है ?-
क्या कपड़े बनाने में पानी खर्च नही होता ?
यकीन नहीं तो गूगल कर लीजिये , 1 सिंगल जीन्स बनाने में करीब 3500 लीटर पानी खर्च होता है , सोचिये और आप ऐसे कितने कपड़े शॉपिंग और फैशन के नाम पर खरीद कर , पानी बर्बाद कर रहे |
आप पार्टी करते हैं या कही घूमने जाएं तो कोल्ड ड्रिंक्स लेते है ?
क्या आपको पता है , 1 लीटर कोल्ड ड्रिंक्स बनाने में कितना पानी खर्च होता है ? 1 लीटर कोका कोला बनाने में करीब 3 लीटर पानी खर्च होता है |
सिर्फ दीवारों पर पोस्टर लगाने , सोशल मीडिया में एक मैसेज फॉरवर्ड कर देने से पानी नही बचेगा , बल्कि ऐसे चीजों का उपयोग भी काम करना होगा , जिसमे बहुत मात्रा में पानी लगता है ।
और अगर देखा जाये तो जितनी भी चीज़ें बनती है , उन सबमे पानी का उपयोग होता है , तो बेहतर है , जितना हो सके , कम से कम चीज़ों का इस्तेमाल करे |
4. क्या सिर्फ वन्य जीव ही बचाना है ?
अधिकतर ये लाइंस देखने को मिलती है , Save Tiger , Save Lions , etc।
अरे तुम जंगल काट रहे , दूसरे जानवरों का खाना खा रहे तो ये सब जायेंगे कहां ? आपके घरों में तो इंसानों के लिए ही जगह नहीं , तो जानवरों के लिए कहां से होगा ?
हाथियों का गावों की ओर जाना , क्या संकेत दे रहा ? यही की हमने उनका घर उजाड़ा, अब उनकी बारी हैं।
आज इंसान मांसाहार करके दुसरे मांसाहारी जानवरों का खाना छीन रहा , और कह रहा Save our Mother Earth।।। क्या बात हैं।।।
आप तरह तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट जरूर यूज़ करते होंगे , पर क्या आपको पता है , कई सारे प्रोडक्ट्स में जानवरों के शरीर का कोई न कोई भाग उपयोग किया जाता है |
5.क्या सिर्फ बिजली बचाना काफी है ?
एक इंसान सिर्फ चलते हुए पंखे , TV या कुछ इलेक्ट्रिक समान जो चल रहा हो , लेकिन वहां कोई ना हो उसे बंद करके बिजली बचा लेगा ?
कई functions में हम फालतु का ही लाइटिंग करके बिजली खत्म कर रहे है , चकाचौंध वाली जिंदगी इंसान जीना चाहता है , ये नहीं सोचता की इस दुनिया मे ऐसे भी लोग है , जिन्हे ढंग से बिजली ही नही मिल रही है ।
कई लोग आपको ऐसे मिलेंगे , जो ठण्ड या बारिश में भी कूलर , पंखा चालु करके सोते है , इसका मतलब क्या हुआ ? बिजली का Total Waste .
बिजली बनती कैसे है ? कोयले के उपयोग से , कोयला मिलेगा कहाँ से ? खुदाई करके , और खुदाई होती है तो लाखों पेड़ों का नुक्सान होता है , इसका मतलब क्या हुआ ?
आप बिजली बचाके पेड़ों को ही कटने से बचा रहे है |
तो फ्रेंड्स ये थे कुछ चीज़ें जिनका ध्यान हमे रखना है , जितनी हो सके , कम संसाधनों का उपयोग करे ।
यही एक तरीका है , जिससे हम चीजों को बचा सकते है , और directly ही बल्कि indirectly भी हमे ये चीज़ें बचानी है |
फ्रेंड्स हमे इंसानी जिंदगी मिली है , हम भाग्य शाली है पर इसका ये मतलब नही की Earth के दूसरे जीवों और अन्य संसाधनों का असीमित दोहन करे, जीयो और जीने दो ।
Badiya bhai....
ReplyDeleteजल है तो कल है!
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteShadi na kro par 10 bachcho ko god lo ...aisa example shayad hi milega bhai..
ReplyDeleteBut bahut hi achha vichar sajha kiye ho ...bro