First 3 Rule .
प्रथम 3 नियम।।।।
Hello friends ,
I am Aryan , and welcome to my blog " techno-physico " .
Friends , आशा करता हूँ आपने मेरे पिछले ब्लॉग को पढा होगा , उसमे मैंने एक सफलतापूर्वक जीवन जीने की शुरुआती दौर को बताया था , अगर आपने वो ब्लॉग नही पढा हो तो कोई बात नही , मैं इस ब्लॉग के सबसे last में link provide कर दूंगा , simply click that link ।।।
तो अब बात आती है , शुरुआत के बाद के steps जो हमें जानने हैं , इस ब्लॉग में मैं वो 3 rules बताऊंगा , जो हमारे जीवन के लिए बहुत ज्यादा मायने रखते हैं ।
तो बिना समय गवाएं start करते हैं ब्लॉग को।
Rule No. 1 -- शुद्ध व्यवहार ( Good deeds )
ये सबसे पहला नियम इसीलिये है , क्योंकि इसी से हमारे व्यक्तित्व का चित्र बनता है ।
अक्सर आपने लोगों को कहते हुए सुना होगा , ये काम कर लेते हैं , कौन देख रहा है ?
कोई ग़लत काम करते समय सोचते हैं सामने वाला भी तो कर रहा हैं , हम भी करेंगे ।
But जैसे ही हम कोई काम करते हैं , वो सब हमारे दिमाग में एक negative छाप छोड़ देता है , जो सबसे ज्यादा खतरनाक है , और हम सोचते हैं , की Think Positive ।
आप कोई कार्यालय में employee हैं तो अपने office की चीज़ों को अपने लिए उपयोग करते हैं , किसी व्यक्ति की कोई चीज़ को हम अपने उपयोग लिए मांग लेते है , और उसका सही तरह उपयोग नही करते , किसी अपने दोस्त से पैसा मांग ले फिर खुद के पास होके भी नही देते।
ये सब चीजें आप अक्सर देखते होंगे , but हम सब कुछ हद तक करते भी हैं , जो हमारे जीवन को बहुत प्रभावित करते हैं ।
हम खुद से कभी दूसरों की मदद करने की नही सोचते , किसी की मदद कर भी दिए तो , लोगों को बताते फिरते है , की हमने ये किया , हमने वो किया ।
100 में से 98% , लोग भगवान को मानते हैं , लेकिन कोई नहीं सोचता की हमारा गलत काम कोई देख भी रहा है ।
इसीलिए एक सफलतापूर्वक जीवन का पहला कदम हमारे कर्म से शुरू होता है !
Rule No. 2 -- अपनी बुराई दूसरों की अच्छाई ( bad things in self , good things in others )
Friends ये हमारा दूसरा नियम है , जिसमे 100 में से 80 लोग पीछे रह जाते हैं , दोस्तों हम खुद की गलती पर excuse देते हैं , पर दूसरों की गलती पर उनकी situation समझने के जगह उनको गलत समझ बैठते हैं |
असली गलती जो हम करते है वो है उम्मीद।
आप लोगों से उम्मीद ही क्यों करते है ? , उम्मीद से ही हमारे निराशा का दरवाजा खुल जाता हैं ।
हम अक्सर शिकायत करते हैं , उसने मुझे ऐसा कहा , ये कर दिया जो मुझे उम्मीद न थी , अरे तुम उम्मीद करते ही क्यों हों ?
दूसरी बात , हम बुराई को फैलाते भी है , लोगों को बताते रहते हैं कि कोई इंसान कितना बुरा है , कुछ भी टॉपिक पर बातें करने लगते है , आजकल हम जब भी किसी से मिलते या 4 दोस्त जहां इकट्ठा हुए वहाँ हम दूसरे लोगों की बातें करने लग जाते है , politics की बातें छेड़ देंगे , पर कोई किसी की नही सुनेगा , बस अपना ही राग अलापता रहेगा ।
इसीलिए हमे चाहिए कि परिस्थिति में हमेशा पॉजिटिव विचार को ही प्राथमिकता दे ।
Rule No. 3 -- हमेशा सीखते रहो ( Learn Continue)
ये हमारा तीसरा और आखिरी नियम है , जो किसी भी उम्र के लोगों के लिए लागू होता है , फ्रेंड्स अक्सर एक धारणा बन गयी है , पहले सीखो फिर कहीं काम करो , फिर करते रहो , करते रहो ।
बस यही ज़िन्दगी बन गया है ।
अब तो लोग सीखने पर भी ध्यान नही देतें हैं , बस कहीं पैसा कमाने का साधन बन जाए फिर ज़िन्दगी भर पैसा को ही जमा करते रहेंगे ।
क्या यही हमारी ज़िंदगी है ?
हमे बल्कि सीखने पर ध्यान देना चाहिए , कोई भी उम्र में पहुंच जाए हमेशा सीखते रहना चाहिए , अपना व्यक्तित्व बनाते रहना है ।
अक्सर ये देखा गया है , की हम जहाँ , भी किसी से मिलते हैं , किसी से कुछ बात करते हैं , तो हम दूसरों का सुनते ही नही , बस अपनी बातें करते रहते है , हम ये दिखाते हैं कि हम ज्ञानी हैं , और सामने वाला अज्ञानी।
हम यह कर सकते हैं , की जिस भी लोगों से मिले , उनसे ज्ञान की बातें ग्रहण करें , और हमेशा सीखते रहे ।
खुद को हमें हमेशा update करते रहना हैं , ताकि खुद का विकास कर सकें ।
तो दोस्तों ये थी शुरुआत के 3 नियम , जिन्हें अपनी ज़िंदगी में अपनाकर हम खुद को बदल सकते हैं , जी तो सब रहें है फ्रेंड्स but हमे लोगों से अलग करना है , बड़ी बड़ी बातें करने से अच्छा है की , छोटे छोटे काम करें।
आगे के नियम मैं आगे के ब्लॉग में बताउंगा ।
Task 1- दोस्तों आप एक काम जरूर कर सकते हैं , ये आपका एक task ही है समझो , रोज़ किसी को खाना देंना है , वो कोई जानवर भी हो सकता है, उनको कुछ खिला सकते हैं , चाहे वो गाय हो , बिल्ली हो , कुत्ता हो या कोई चिड़िया ।
करके देखो , अच्छा लगता है।
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Thanks to all to read my blog.
Shandar
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