How to start this Journey ??
यात्रा की शुरुआत कैसे करे ??
Hello Friends.
I am Aryan.
Once again you all are welcome to my blog " Technophysico ".
फ्रेंड्स नए साल का ये मेरा पहला ब्लॉग है , पिछला ब्लॉग लिखे 3 महीने बीत चुके है , ज्यादा समय लगने का सबसे बड़ा कारण यही है , की मुझे ऐसा topic नही मिल रहा था , जिसे लेकर मैं आपके सामने कुछ कह सकूँ , पर आज वो topic मिल ही गया।
तो अब बिना time गवाएं शुरू करता हूँ ।
तो फ्रेंड्स मेरा topic एक series पे based है , जिसका title है " The Successful Life ".
इसके बहुत सारे रूल्स है , हर एक rules का एक-एक ब्लॉग बनाऊंगा।
अब बात ये आती है , मैंने इसे rules क्यों कहा ?
Bcz friends , एक सफल जीवन वही हो सकता है , जो नियमोँ की सीढ़ी चढ़कर बना हो ।
तो पहला rule मैं next ब्लॉग में बताऊंगा , पहले आपको इसकी शुरुआत के कुछ बातें बता देता हूँ !
Friends , हमारे राष्ट्रपिता कहे जाने वाले महात्मा गांधी ने एक बात कही थी , की अगर दुनिया को बदलना है तो पहले खुद को बदलो , दुनिया जरूर बदल जाएगी।
उनकी कही ये बात 101% सही है , अक़्सर आपने देखा होगा , हम यही कहते रहते है , की दुनिया बहुत अलग है , सब झूठ के रास्ते पे चल रहे , हम समाज में कोई बदलाव नही ला सकते हैं , वगैरह वग़ैरह।
पर हमें दुनिया को बदलने की जरूरत ही क्या है ? , ये काम असंभव है , संभव है तो खुद को बदलना।
इसीलिए पहले खुद को बदलिए , अगर सब लोग सोचेंगे की खुद को बदलना है , तो पूरी दुनिया बदल जाएगी।
सही ना ?
आईये कुछ और चीजों से समझते है ।
मैं अगर चाहता हूँ कि किसी सड़क पर लोग , ज्यादा रफ्तार में अपनी गाड़ी न चलाये तो अगर मैं सबको समझाने लगूँ तो कोई नही समझ पायेगा , उसी के जगह अगर मैं खुद कम रफ्तार में गाड़ी चलाऊ तो ?
यही बात अगर हर कोई सोचें तो ?
क्या ये संभव नही की सभी लोग धीरे गाड़ी चलाये ?
बस फंडा यही है।
जो बात आप दूसरों से चाहते है , पहले उसे खुद पर apply कीजिये , फिर देखिए क्या होगा ।
English में एक कहावत है -
Charity Begins From Neighbour's House
अर्थात , सेवा पड़ोसी के घर से ही शुरू होती है ।
अक्सर आपने लोगों को कहते सुना होगा ,
---मैं लोगों की सेवा करना चाहता हूँ !
--- मैं गरीबों के लिए कुछ करना चाहता हूँ !
--- मैं समाज में नया बदलाव लाना चाहता हूँ !
--- कोई अपने व्हाट्सएप्प के स्टैटस में लोगों को कई सारे msgs दिखा रहा , की ऐसा करे , वैसा करे।
फिर रात होते ही मोबाइल रख कर सो गए।
हैं ना ?
But भूल जाते हैं , सही काम का कोई समय नही होता फ्रेंड्स।
जैसे हो वैसे शुरुआत करो , आप आगे बढ़ो , देखना फिर लोग कैसे आपके पास आते है।
एक famous dialogue सबने सुना होगा " भगवान के भरोसे मत बैठो , क्या पता भगवान तुम्हारे भरोसे बैठा हो ? "
अगर तुम सोचे हो कि गरीबों को खाना खिलाना है , आवारा घूमते हुए जानवरों की मदद करनी है , किसी गरीब बच्चे को पढ़ाना है , बहुत सारे पेड़ लगाने है , तो किसी एक से शुरुआत करो , एक दिन में एक गरीब की मदद करो , कोई भी एक जानवर को कुछ खाने को दो , किसी एक बच्चे को लेकर पढाई की शुरुआत करो , हर एक दिन एक पेड़ लगाओ ।
ये तो कर ही सकते है ना ?
अगर आज से लगभग 150 साल पहले हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने सोचा होता , हम अकेले क्या करेंगे , सब लोग आ जाये फिर शुरुआत करेंगे , तो सोचिये , आजादी की नींव नही बनती ।
आप चाहे स्टूडेंट हो , businessman हो , professional हो , farmer हो , या कोई भी , शुरुआत हमे अपने से ही करनी है , भविष्य किसी ने नही देखा , जो हमारा अगला second है , वही हमारा भविष्य है ।
बड़ी बड़ी बातें करके , अपार जनता चाहने वाले , दूसरे लोगों के शुरुआत को देखने वाले , बस वही करते रहेंगे।
काम करने वाले दिखा के काम नही करते , बल्कि काम करके दिखाते हैं ।
आप किस category में आएंगे ? ये आपको decide करना है ।
Rule No. 1 , blog के next पार्ट में जानेंगे , तब तक , शुरुआत करके रखिये ।
👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍
So friends. How was my blog ,
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Bhut acha sir ab main Gadi dheere chalne se start krta hu ...🙏
ReplyDeleteTrue 👍
ReplyDeleteNice 👍👍
ReplyDeleteTrue👍👍
ReplyDeleteIt's time to apply
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